फाइबर ऑप्टिक केबल(fiber optic cable) -फाइबर ऑप्टिक केबल अन्य सभी केबल से महंगी है और इसकी डेटा ट्रान्सफर स्पीड भी बाकी केबल्स से अधिक होती है । इस केबल में डेटा का ट्रांसमिशन् विद्युत (इलेक्ट्रिक करंट ) के रूप में न होकर प्रकाश के रूप में होता है चूँकि प्रकाश कि गति बहुत अधिक होती है इसी कारण इस केबल कि स्पीड सबसे अधिक होती है इस केबल में कंडक्टर के रूप में ग्लास (कांच) अथवा फाइबर के महीन रेशों का प्रयोग किया जाता है इस केबल में प्रकाश अपवर्तन के नियम पर गति करता है । आजकल इसका प्रयोग वैन नेटवर्क में अधिक किया जा रहा है । इसका इंस्टालेशन कठिन होता है और इसे मैनेज भी आसानी से नहीं किया जा सकता इस कारण अभी लैन नेटवर्क में इसका प्रयोग अधिक नहीं होता है ।
फाइबर ऑप्टिक केबल के प्रकार (types of fiber optic cable) - फाइबर ऑप्टिक केबल को स्ट्रेंथ और सिग्नल मोड के आधार पर बांटा जा सकता है -
स्ट्रेंथ के आधार पर (according to strength)-
1 -लूज कॉन्फ़िगरेशन
2 -टाइट कॉन्फ़िगरेशन
सिग्नल मोड के आधार पर (according to signal mode) -
1 -सिंगल मोड
2 -मल्टीमोड
लूज कॉन्फ़िगरेशन (loose configuration) -लूज कॉन्फिग्रेशन फाइबर ऑप्टिक केबल में कांच या फाइबर कि कोर के चारों ओर एक लिक्विड जेल(gel) भरा हुआ होता है ।
टाइट कॉन्फिग्रेशन (tight configuration)-टाइट कॉन्फ़िगरेशन केबल में कांच या फाइबर कि कोर के चारो और स्ट्रेंथ वायर्स का प्रयोग किया जाता है जो इसे मुड़ने व टूटने से बचाती है । यह केबल स्ट्रेंथ वायर्स के कारण भारी होती है ।
सिंगल मोड (single mode)-सिंगल मोड केबल में केवल एक ही लाइट पाथ होता है जिसके कारण इसमें एक टाइम पर केवल एक प्रकार का सिग्नल ही फ्लो हो सकता है लेकिन यह केबल बहुत अधिक दूरी तक डेटा फ्लो कर सकती है ।
मल्टीमोड (multi mode)-मल्टीमोड केबल में एक से अधिक लाइट पाथ होते है जिस कारण इसमें एक समय पर एक से अधिक सिग्नल फ्लो हो सकते है ये लाइट सिग्नल्स अलग अलग एंगल्स (कोण) पर फ्लो किये जाते है ताकि वे आपस में मिक्स न हो । और इसी कारण यह केबल सिग्नल्स को सिंगल मोड कि अपेक्षा कम दूरी तक ले जा पति है ।
फाइबर ऑप्टिक केबल पर बाहरी चुम्बकीय क्षेत्रों का प्रभाव नहीं पड़ता है । फाइबर ऑप्टिक केबल कि स्पीड 100 Mbps से 10 Gbps या उससे अधिक हो सकती है । इसकी सेगमेंट डिस्टेंस 2 से 25 किलोमीटर तक हो सकती है । फाइबर ऑप्टिक केबल में डेटा एक दिशा में गति करता है इस कारण यह केबल पेयर(जोड़े) में प्रयोग कि जाती है । एक से सिग्नल्स भेजे जाते है और दूसरे से रेसीव किये जाते हैं ।
2 SC कनेक्टर
3 MT-RJ कनेक्टर आदि ।
फाइबर ऑप्टिक केबल |
फाइबर ऑप्टिक केबल के प्रकार (types of fiber optic cable) - फाइबर ऑप्टिक केबल को स्ट्रेंथ और सिग्नल मोड के आधार पर बांटा जा सकता है -
स्ट्रेंथ के आधार पर (according to strength)-
1 -लूज कॉन्फ़िगरेशन
2 -टाइट कॉन्फ़िगरेशन
सिग्नल मोड के आधार पर (according to signal mode) -
1 -सिंगल मोड
2 -मल्टीमोड
लूज कॉन्फ़िगरेशन (loose configuration) -लूज कॉन्फिग्रेशन फाइबर ऑप्टिक केबल में कांच या फाइबर कि कोर के चारों ओर एक लिक्विड जेल(gel) भरा हुआ होता है ।
टाइट कॉन्फिग्रेशन (tight configuration)-टाइट कॉन्फ़िगरेशन केबल में कांच या फाइबर कि कोर के चारो और स्ट्रेंथ वायर्स का प्रयोग किया जाता है जो इसे मुड़ने व टूटने से बचाती है । यह केबल स्ट्रेंथ वायर्स के कारण भारी होती है ।
सिंगल मोड (single mode)-सिंगल मोड केबल में केवल एक ही लाइट पाथ होता है जिसके कारण इसमें एक टाइम पर केवल एक प्रकार का सिग्नल ही फ्लो हो सकता है लेकिन यह केबल बहुत अधिक दूरी तक डेटा फ्लो कर सकती है ।
मल्टीमोड (multi mode)-मल्टीमोड केबल में एक से अधिक लाइट पाथ होते है जिस कारण इसमें एक समय पर एक से अधिक सिग्नल फ्लो हो सकते है ये लाइट सिग्नल्स अलग अलग एंगल्स (कोण) पर फ्लो किये जाते है ताकि वे आपस में मिक्स न हो । और इसी कारण यह केबल सिग्नल्स को सिंगल मोड कि अपेक्षा कम दूरी तक ले जा पति है ।
सिंगल एंड मल्टीमोड केबल |
लूज एंड टाइट केबल्स |
फाइबर ऑप्टिक केबल पर बाहरी चुम्बकीय क्षेत्रों का प्रभाव नहीं पड़ता है । फाइबर ऑप्टिक केबल कि स्पीड 100 Mbps से 10 Gbps या उससे अधिक हो सकती है । इसकी सेगमेंट डिस्टेंस 2 से 25 किलोमीटर तक हो सकती है । फाइबर ऑप्टिक केबल में डेटा एक दिशा में गति करता है इस कारण यह केबल पेयर(जोड़े) में प्रयोग कि जाती है । एक से सिग्नल्स भेजे जाते है और दूसरे से रेसीव किये जाते हैं ।
फाइबर ऑप्टिक केबल कनेक्टर्स (Fiber optic cable connectors) - फाइबर ऑप्टिक केबल्स के साथ कई प्रकार के कनेक्टर्स का प्रयोग किया जाता है जैसे -
1 -ST कनेक्टर2 SC कनेक्टर
3 MT-RJ कनेक्टर आदि ।
फाइबर ऑप्टिक केबल कनेक्टर्स |